जौनपुर की सियासत में बाहुबली धनंजय सिंह का यू-टर्न लेना और BJP के समर्थन में आना आखिर यह रिश्ता क्या कहलाता है ?
धनंजय के जेल जाने पर उनकी पत्नी श्रीकला ने बसपा प्रत्याशी के तौर पर नामांकन भी किया। पर अब वह चुनाव के बीच में बसपा छोड़कर खुद बीजेपी के साथ हैं। सियासी गलियारों में हर कोई जानने को उत्सुक है कि आखिर वह क्या वजह है जिसके चलते धनंजय बीजेपी के करीब आ गए?
बीजेपी के साथ बन रहा है प्रचार का प्लान
गुरुवार को धनंजय और उनकी पत्नी ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने मुलाकात की। सूत्रों के मुताबिक बातचीत में यह तय हुआ है कि जौनपुर की जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीकला जल्द बीजेपी का दामन थाम सकती हैं। उन्हें जौनपुर और आसपास की सीटों पर प्रचार में इस्तेमाल किया जाएगा। श्रीकला ने हाल में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी। हालांकि अभी तक धनंजय और उनकी पत्नी ने आधिकारिक रूप से बीजेपी जॉइन नहीं की है।
गुरुवार को धनंजय और उनकी पत्नी ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने मुलाकात की। सूत्रों के मुताबिक बातचीत में यह तय हुआ है कि जौनपुर की जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीकला जल्द बीजेपी का दामन थाम सकती हैं। उन्हें जौनपुर और आसपास की सीटों पर प्रचार में इस्तेमाल किया जाएगा। श्रीकला ने हाल में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी। हालांकि अभी तक धनंजय और उनकी पत्नी ने आधिकारिक रूप से बीजेपी जॉइन नहीं की है।
बीजेपी से जुड़ना चाहते हैं ?
कृपाशंकर सिंह का नाम बीजेपी प्रत्याशी के रूप में घोषित होने के बाद धनंजय ने चुनाव मैदान में उतरने को लेकर जो घोषणा की थी, उसके पीछे एक बड़ी वजह थी। दरअसल, धनंजय ने पहले बैकडोर से बीजेपी से जुड़ने की पूरी तैयारी कर ली थी। धनंजय बिहार में बीजेपी के सहयोगी दल जेडीयू से जुड़े थे। वह प्रयासरत थे कि जौनपुर सीट NDA के सहयोगी जेडीयू के खाते में चली जाए और वह उसके टिकट पर चुनाव लड़ लें।