सोई विश्वासघाती सरकार को आदित्य ठाकरे ने लगाई फटकार!
विश्वासघाती सरकार के शासन में बेरोजगारी की समस्या विकट हो गई है। इस सरकार का ध्यान बेरोजगारों की परेशानियों की ओर बिल्कुल भी नहीं है। जिन्हें युवाओं की गंभीर परिस्थिति का भान नहीं है, उस निष्ठुर और बेशर्म घाती सरकार को जगाने का वक्त आ गया है। इन शब्दों में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने सोशल नेटवर्विंâग साइट एक्स के आधिकारिक एकाउंट पर घाती सरकार जोरदार फटकार लगाई।
मुंबई मनपा में १,८४६ पदों के लिए क्लर्क भर्ती परीक्षा होगी। नौ सितंबर को होनेवाली इस परीक्षा में कई जटिल शर्तों को शामिल किया गया है। इसे लेकर एक्स पर किए पोस्ट में आदित्य ठाकरे ने राज्य सरकार पर जोरदार तंज कसा है। उन्होंने कहा कि क्लर्क भर्ती परीक्षा में जटिल शर्तों के विरोध में पिछले कई दिनों से आवाज उठाने के बावजूद घाती शासन के अधीन चलनेवाली मनपा पूरी तरह से अनदेखी कर रही है। ऐसे में उत्सव के दौरान ही युवकों और भूमिपुत्रों को न्याय के लिए आंदोलन करना पड़ेगा। आदित्य ठाकरे ने तीखा हमला करते हुए कहा कि इन जटिल शर्तों के कारण कई युवकों और युवतियों के नौकरी के अवसर हाथ से फिसल रहे हैं।
दौरे के बाद कछुए की चाल से शुरू हुआ पंचनामा
आदित्य ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र के कई जिलों में तूफानी बारिश से किसानों को भारी नुकसान हुआ है। लेकिन जब मेरे दौरे की घोषणा हुई तब घाती सरकार ने पंचनामा का आदेश दिया, जो कछुए के गति से चल रहा है। उन्होंने कहा कि नुकसान पीड़ित किसानों को सहारा देने के लिए प्रति एकड़ खेती को ५० हजार और बागों को एक लाख रुपए की सहायता देना जरूरी है। इसके साथ ही कुछ गांवों में घरों के भीतर पानी घुस गया था, वहीं कई स्थानों में स्कूलों को भी क्षति पहुंची है। उन्हें भी त्वरित और उचित राशि मिलना आवश्यक है। ४८ घंटों में राशि वितरित करने का आदेश दे सरकार आदित्य ठाकरे ने कहा कि फसल बीमा कंपनियों की बैठक बुलाकर उन्हें ४८ घंटों में राशि वितरित करने का आदेश खोके सरकार को देना चाहिए।
किसानों की मदद क्यों नही करते महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री
लगातार मूसलाधार बारिश से किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है। तूफानी हवाओं और बारिश से हजारों हेक्टेयर फसल बर्बाद हो गई। आदित्य ठाकरे ने मराठवाड़ा के बाढ़ पीड़ित किसानों से मेड़ पर पहुंचकर मुलाकात की और ढांढस बंधाया। साथ ही सरकार की तरफ से अभी तक कोई सहायता न मिलने पर नाराजगी भी जताई। उन्होंने कहा कि निर्दयी असंवैधानिक मुख्यमंत्री में जरा सी भी शर्म बची हो तो वे किसानों की मदद करें।